😄😄😄
U.P. wala bhya लग्नात : तुम्हारे यहा शादी मे घास 🌾भी खाते है..?
रामदास आठवले : नही..वो ताट मे भात लेके उसपे वरण डालके उसपे तूप डालके, उसको कालव कालव कालवके उसको ऐसा गोळा करके वर और वधु एकमेक के तोंड मे भरवते है ना उसे हम घास बोलते है..!
😝😝😝😛😛😛
भय्या वारला😑😵😲
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