Mile sur mera tumhara

मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा
सुर की नदियाँ हर दिशा से बहते सागर में मिलें
बादलों का रूप ले कर बरसे हल्के हल्के
मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा
मिले सुर मेरा तुम्हारा …
मिले सुर मेरा तुम्हारा …

(कश्मीरी)
चॉन्य् तरज़ तय म्यॉन्य् तरज़
इक-वट बनि यि सॉन्य् तरज़

(पंजाबी)
तेरा सुर मिले मेरे सुर दे नाल
मिलके बणे एक नवा सुर ताल

(हिन्दी)
मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा

(सिन्धी)
मुहिंजो सुर तुहिंजे साँ प्यारा मिले जडेंह
गीत असाँजो मधुर तरानो बणे तडेंह

(उर्दू)
सुर का दरिया बह के सागर में मिले

(पंजाबी)
बदलाँ दा रूप लैके बरसन हौले हौले

(तमिल)
इसैन्दाल नम इरुवरिन सुरमुम नमदक्कुम
तिसै वॆरु आनालुम आऴि सेर
मुगिलाय मऴैयय पोऴिवदु पोल इसै
नम इसै…

(कन्नड)
नन्न ध्वनिगॆ निन्न ध्वनिय,
सेरिदन्तॆ नम्म ध्वनिय

(तेलुगु)
ना स्वरमु नी स्वरमु संगम्ममै,
मन स्वरंगा अवतरिंचे .

(मलयालम)
निंडॆ स्वरमुम् नींगळुडॆ स्वरमुम्
धट्टुचॆयुम् नमुडॆय स्वरम .

(बांगला)
तोमार शुर मोदेर शुर
सृष्टि करूर अइको शुर

(आसामी)
सृष्टि हो करून अइको तान

(उड़िया)
तोमा मोरा स्वरेर मिलन
सृष्टि करे चालबोचतन

(गुजराती)
मिले सुर जो थारो म्हारो
बणे आपणो सुर निरालो

(मराठी)
माझ्या तुमच्या जुळता तारा
मधुर सुरांच्या बरसती धारा

(हिन्दी)
सुर की नदियाँ हर दिशा से बहते सागर में मिलें
बादलों का रूप ले कर बरसे हल्के हल्के
मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा
मिले सुर मेरा तुम्हारा …
तो सुर बने हमारा

गीतकार : पियूष पांडे
संगीतकार : अशोक पत्की , डांबर बहादुर बुडाप्रिति , प्रताप के. पठाण
गायक : पं. भीमसेन जोशी , लता मंगेशकर , कविता कृष्णमूर्ति , एम. बालकृष्णमूर्ति , सुचित्रा मित्रा
( दूरदर्शनच्या लोकसेवा संचार परिषदेच्या वतीने १५ ऑगस्ट १९८८ रोजी देशातील १४ प्रमुख भाषेतील हे गीत राष्ट्राला अर्पण करण्यात आले. )

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